ज्ञान एक अविरल धारा की तरह है, जैसे पर्वतो से शुरू हो कर नदी , मैदानी क्षेत्रो से होते हुए अंतः समुद्र मे समावेशित हो जाती है वैसे ही ज्ञान की धारा भी मनुष्य की एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी, होते हुए, अंत मे मनुष्य को ईश्वर समरूप होने तक ले जाती है | जैसे अनगिनत नदिया अंत मे एक ही समुद्र तक जाती है, वैसे ही इस धरा पर मौजूद हर वस्तु का ज्ञान, किसी भी वस्तु को चुन लीजिये , उसका गहराई से अध्यन्न मनुष्य को परमात्मा के ज्ञान तक ले जाता है |
हम अपनी इस वैबसाइट पर इस धरती के सबसे जायदा गलत समझे गए पौधे “भांग” के बारे मे लिखेंगे, आप भी अपने विचार प्रेषित करने के लिए आमंत्रित है |
Knowledge is like flow of river, river flows from the mountains and transverses the land to reach the ocean. Same way the flow of knowledge passes through the human generations and men finally the knowledge will make the man, “god like”. Like there are hundreds and thousands of rivers in the world which finally reaches the ocean, same way deep knowledge of anything will finally take you the knowledge of God.
We will try to deeply understand the most misunderstood plant on planet earth, Hemp or cannabis, you are welcome to share your knowledge on cannabis for the benefit of planet earth…