भांग के रेशे का इस्तेमाल : चीन संभवत विश्व का पहला राष्ट्र था जहां पर भांग से बने कपड़ो का इस्तेमाल किया गया | प्राचीन चीन मे भांग की मजबूती के कारण लगभग सारे कपड़े भांग के रेशे से ही बनाए जाते थे | चीन मे कई पुरातात्विक स्थलो से प्राप्त साक्ष्यों से पता चलता है कि यहाँ पर जब तक कपास कि खेती के बारे मे ज्ञान नहीं हुआ था तब तक लगभग सारे कपड़े भांग के रेशे से ही बनाये जाते थे | उदाहरण के रूप से झाऊ राजवंश ( 1046-771) के एक अधिकारी की टोपी भांग के रेशे की बनी हुई मिली | चीन के गुंशु प्रांत मे हूण राजवंश के अवशेषो की खुदाई मे मिले कपड़ो से पता चलता है कि , दुख मनाते वक़्त और मृत्यु के समय भांग से बने कपड़ो का प्रयोग किया जाता था, इसके अलावा थैले, जूते आदि दैनिक उपयोग कि वस्तुओ का निर्माण मे भी इसका प्रयोग होता था |
भांग से बने कागज का प्रयोग : चीन मे सबसे पहले कागज का इस्तेमाल किया गया, इसका प्रमाण “काई लुन ” ने “हाऊ हन शु” नामक किताब से पता चलता है कि पेड़ कि छाल , भांग के रेशे आदि से कागज का निर्माण किया जाता रहा होगा | 1957 मे चीन के जिआन , शांकसी प्रांत मे ,पुरातत्व विभाग की खुदाई के दौरान 10 X 10 सेंटिमेटर का कागज का टुकड़ा प्राप्त हुआ है , जो ईशा से 100 वर्ष पूर्व , हूण राजवंश के प्रतीत होते है |